मंगलवार, 3 फ़रवरी 2009

मिट्टी के तेल आबंटन में घपला

कोणार्क के चन्द्रभागा में साल 2008 में माघ मेले के दौरान श्रधालुओं को आबंटित होने वाले केरोसिन तेल में लाखों का घपला हुआ है। श्रधालुओं को तेल देने का फैसला लंबे अरसे पहले उड़ीसा सरकार ने उस वक्त लिया था जब मेले में प्रकाश की व्यवस्था नहीं थी। लेकिन अब मेले में रोशनी की व्यवस्था हो जाने के बाद भी मिट्टी के तेल की आपूर्ति नहीं रोकी गई है। फर्क इतना है कि तेल श्रधालुओं तक नहीं पहुंच रहा।
गौरतलब है उडीसा का खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण विभाग पुरी के सब कलेक्टर से माध्यम से मिट्टी को तेल आबंटित करता है। साल 2008 में लाखों रुपए का तेल रिटेलर को दिया गया और निर्देश दिया गया कि वे चन्द्रभागा के निकट अस्थायी उचित दर की दुकानें खोलें। रिटेलरों को कहा गया कि मेले में प्रत्येक व्यक्ति को 500 मिलीलीटर तेल दिया जाए और अकाउंट का पूरा हिसाब रखा जाए। लेकिन रिटेलरों ने अधिकारियों की मिलीभगत से मिट्टी के तेल मेले में आए श्रधालुओं को नहीं बांटा। यह जानकारी सूचना के अधिकार के तहत निकलवाए गए दस्तावेजों से मिली है। निकलवाए गए वितरण रजिस्टर में लाभार्थियों के फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान पाए गए हैं। बिक्री रजिस्टर में उन लोगों के नाम दर्ज हैं जिन्हें मिट्टी के तेल दिया ही नहीं गया।
स्थानीय निवासियों ने इस मामले की शिकायत अनेक अधिकारियों से की लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। एक शिकायत के जवाब में राज्य सलाहकार राज किशोर मिश्रा ने अप्रैल 2008 को खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण विभाग के सचिव डॉ. राजकुमार शर्मा को भी जांच एवं उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए, लेकिन उन्होंने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। 16 नवंबर 2008 को भुवनेश्वर में जस्टिस डी पी वाधवा द्वारा की गई जन सुनवाई में भी यह तथ्य रखे गए। डॉ. राजकुमार शर्मा ने जन सुनवाई में 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करने की बात कही थी। लेकिन 2 महीने गुजर जाने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता रबिन्द्र नाथ नायक ने अब आरटीआई के तहत पूछा है कि डॉ. शर्मा चुप क्यों हैं?
वर्ष 2008 के माघ मेले में हुए मिट्टी के तेल का घपला सुलझा नहीं है कि 2 फरवरी से इस साल का माघ मेला लग रहा है। कार्यकर्ताओं को चिंता सता रही है कहीं इस साल भी पिछले साल का इतिहास न दोहराया जाए।

2 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

fantastic story where RTI opened the true charactor of Administration.

Thanks Mr. Nayak & the team.....

keep it up.
God bless you...

बेनामी ने कहा…

rasankard se diay jane vale oil mai bhi cruption hai .sabhi tale nahi lata .kuchh ko kam diya jata hai kisi diya hi nahi jata .kisi ko jyada diya jyada diay jata hai.
baki ko bech diaya jata hai.

koi avaj nahi othata. kyon ki aam admi ko to apni roji-roti kei liay bhi samay kam pad jata hai.

iskai liya to samajsevi sansthaon ko agai ana chahia.
thanks to you and your team.