पिछले तेरह साल से लटका पड़ा पेंशन का मामला सूचना के अधिकार की बदौलत एक महीने में ही सुलझ गया। उड़ीसा की 70 वर्षीय श्रीमति कबनाकलता त्रिपाठी स्वर्गीय स्वतंत्राता सेनानी श्याम सुंदर त्रिपाठी की पत्नी हैं। पति के मृत्यु के बाद श्रीमति त्रिपाठी को पेंशन मिलती थी लेकिन 1993 से 1995 के बीच का भुगतान नहीं किया गया। श्रीमति त्रिपाठी इस संबंध में गृह मंत्रालय को कई बार मौखिक एवं लिखित में बता चुकी थीं। इसके बाद भी पेंशन नहीं मिलने पर श्रीमति त्रिपाठी ने एक सामाजिक कार्यकर्ता के सहयोग से सूचना के अधिकार कानून के जरिए मंत्रालय से इस संबंध में जवाब-तलब किया। आवेदन डालने के कुछ ही दिन बाद मंत्रालय से फोन आया और फिर उनकी बकाया पेंशन भेज दी गई।
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