बुधवार, 7 जनवरी 2009

गोसदन की संपत्ति अधिकारी के घर

बहराइच जिले के बिछिया बाज़ार स्थित राजकीय गोसदन में पशु तो एक भी नहीं है, लेकिन यहां के दो कर्मचारी हर महीने 21 हजार रूपये का वेतन घर बैठे पाते हैं। 1952 में बना ये गोसदन बिछिया रेलवे स्टेशन के पास पशुओं के रखरखाव और देखभाल के लिए बना था। लेकिन देखभाल किसी और की हो रही थी। गोसदन के लिए आबंटित 24 कुर्सियां पशुधन विभाग के लोक सूचना अधिकारी के घर की शोभा बढ़ाती मिलीं। 2 लाख 34 हजार की बताई गई गोसदन की परिसंपत्ति मौजूद ही नहीं है, उसे भी अधिकारी अपने निजी हित के लिए इस्तेमाल करते मिले। इस तरह की तमाम अनियमिताएं सूचना के अधिकार के जरिए उजागर हुई हैं।
आवेदनकर्ता जंग हिन्दुस्तानी ने 30 जून 2007 को मुख्य पशुधन विकास अधिकारी से गोसदन के संबंध में अनेक प्रश्न किए। आवेदन में गोसदन की स्थापना के समय और वर्तमान परिसंपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी गई। गोसदन की स्थापना से अब तक आए और वर्तमान में मौजूद पशुओं की संख्या, गोसदन में अब तक हुए निर्माण कार्यों की जानकारी, अब तक मृत पशुओं की संख्या, गोसदन में तैनात कर्मचारियों के नाम, पद तथा पते आदि का विवरण भी उपलब्ध कराने को कहा गया। साथ ही 2006 से आगे की कार्ययोजना हेतु स्वीकृत धनराशि की जानकारी भी चाही।
पशुधन विकास अधिकारी कार्यालय की तरफ से 7 अगस्त 2007 को दिए गए जवाब में अधिकांश सवालों के उत्तर नदारद थे लेकिन कुछ जवाब चौंकाने वाले थे। मसलन, वर्तमान में गोसदन में उपलब्ध पशुओं की संख्या सात बताई गई जबकि वहां एक भी पशु नहीं था। गोसदन बनने से अब तक कुल 196 पशु यहां लाए गए जिनमें 189 पशु मर चुके हैं। श्री कुंवर मुकेश गोसदन के मैनेजर के रूप में कार्य कर रहे हैं और इसके रखरखाव के लिए 14 हजार का वेतन पाते हैं। गाय चराने के लिए रखे गए शिवकुमार 7 हजार का वेतन ले रहे हैं।
जवाब में जनवरी 2006 से आगे की कार्ययोजना के बारे में बताया गया है कि पशुओं के खाने के लिए टब, जनरेटर और पानी निकालने के लिए पंप खरीदा जा चुका है तथा बोरिंग कराने की कार्रवाई चल रही है। इस कार्य हेतु 2 लाख 34 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई।
लेकिन जवाब में बताई गई यह परिसंपत्ति गोसदन में मौजूद नहीं थी बल्कि उसका इस्तेमाल पशुधन विभाग के अधिकारी के घर पर हो रहा था। इसके अलावा गोसदन को आंबटित 24 कुर्सियां भी पशुधन विभाग के अधिकारी के घर इस्तेमाल हो रही थीं।

1 टिप्पणी:

उमेश कुमार ने कहा…

इन लोगो के खिलाफ़ अदालत भी जाएं।