पंजाब एग्रो फाईनेंस कारपोरशन (पीएएफसी) के भूतपूर्व चेयरमेन जोगिन्दर सिंह मान के लिए किराए पर ली गई लेन्सर कार का मासिक किराया 42 हजार रूपये। इस कार का एक साल तक इस्तेमाल किया गया। पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज कॉरपोरेशन (पीएआईसी) के प्रबंध निदेशक हिम्मत सिंह के लिए किराए पर ली गई होन्डा सिटी कार का मासिक किराया 33 हजार 600 सौ रूपये। इस कार की 18 महीने तक सेवा ली गई। यह किराया होन्डा सिटी से पहले इस्तेमाल की गई एम्बेसडर कार से लगभग दोगुना है। सूचना के अधिकार के तहत हासिल की गई यह जानकारी बताती है कि किस प्रकार करदाताओं की गाढ़ी कमाई को अधिकारियों द्वारा फैंसी कारों के किराए पर खर्च किया जा रहा है।
इतना ही नहीं पंजाब सरकार अपने अधिकारियों की कारों की मरम्मत के लिए हर महीने 5000 रूपये भी देती है। राज्य का मंडी बोर्ड हर साल अपनी कारों की मरम्मत पर औसतन 25 हजार रूपये खर्च करता है। राज्य का वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन भी वाहनों पर खर्च करने वालों में किसी से कम नहीं है। अपने वाहनों पर यह सालाना 30 लाख रूपये खर्च करता है। साल 2003-04 में कॉरपोरेशन ने ३५.85 लाख का खर्चा किया यानि हर महीने 3 लाख रूपये।
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