सिंगूर में टाटा मोटर्स की लखटकिया कार फैक्ट्री के लिए भूमि अधिग्रहण को जायज ठहराते वक्त राज्य सरकार ने कहा था कि इस फैक्ट्री में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से लोगों को रोजगार प्रदान किया जाएगा। लेकिन हाल ही में राज्य श्रम निदेशालय ने कहा है कि टाटा मोटर्स लिमिटेड ने अब तक फैक्ट्री में रोजगार के लिए हुगली के किसी भी रोजगार कार्यालय को खबर नहीं की है। साथ ही आधिकारिक रूप से यह सूचना भी दी गई कि सिंगूर की लघु कार फैक्ट्री में प्रत्यक्ष रूप से बडे़ पैमाने पर रोजगार नहीं दिया जा जाएगा। यह खुलासा सूचना के अधिकार के तहत दायर एक कार फैक्ट्री में रोजगार के लिए निदेशालय से नहीं हुआ संपर्क से हुआ हैै। यह अजीZ इंडियन सोसाइटी ऑफ फंडामेंटल एंड हयुमन राइट्स के संयोजक सलिल कापत ने दायर की थी। श्री कापत ने श्रम निदेशालय से अपनी आरटीआई अजीZ में पूछा था कि क्या टाटा मोटर्स लिमिटेड ने निदेशालय से फैक्ट्री में स्थानीय लोगों की नियुक्तियों की प्रक्रिया के संबंध में संपर्क किया है। उन्होंने अपनी अजीZ में निदेशालय से प्रश्न किया कि क्या टाटा मोटर्स ने सिंगूर की लघु कार फैक्ट्री में व्यक्तिगत नियुक्तियों के लिए रोजगार कार्यालयों से संपर्क किया है। श्रम निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर ने अजीZ का जवाब देते हुए कहा है कि टाटा मोटर्स लिमिटेड ने अब तक हुगली जिले के किसी भी रोजगार कार्यालय में नौकरियों के लिए संपर्क नहीं साधा है।