उत्तर प्रदेश में राज्य सूचना आयोग ने एक तरह से हाथ खड़े कर दिए हैं कि अब हम इन लोक सूचना अधिकारियों का कुछ नहीं कर सकते। यह हताशा सूचना के राज्य के सूचना आयुक्त वीरेन्द्र सक्सेना ने बनारस में सूचना अधिकार पर आधरित कार्यक्रम में व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सूचना आयोग में हरेक आयुक्त 30 से लेकर 100 केस रोज़ाना सुनता है लेकिन इसके बावजूद लंबित मामलों की संख्या लगातार बढ़ती चली जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में सूचना का अधिकार का इस्तेमाल करने वाले 90 प्रतिशत लोगों को राज्य सूचना आयोग में जाना पड़ता है। जिससे आयोग का काम लगातार बढ़ता जा रहा है।
सवाल यह है कि आखिर लोक सूचना अधिकारियों की यह हिम्मत बढ़ाई किसने है? सूचना न देने वाले अधिकारियों पर ज़ुर्माना न लगाना और सूचना आयोग में आम नागरिकों के को डांटना डपटना किसने किया था? इस पर अगर लोक सूचना अधिकारियों का नहीं तो क्या राज्य के आम नागरिकों का हौसला बढे़गा?
44 टिप्पणियां:
यह सब एक पुरानी सोची समझी मुहिम है मामले को इतना टालो की उसका दम निकल जाए। इस कानून में यह व्यवस्था होनी चाहिए की समय पर सूचना न देने पर अपने आप जुर्माना चालू हो जाए।
mahesh sinha ji ki bat se main sahmat hoon.
लोक सूचना अधिकारी यदि धारा ४ को सूचना सार्वजनिक करदे तो इसका समाधान हो सकता है।
मेरा केस 2011 से आयोग में लम्बित है लोक सूचना अधिकारी को उनके कहने पर हर बार नई तारीख मिल जाती है एक बार तो सूचना आयुक्त ने लोक सूचना अधिकारी को सिर्फ मौखिक परीक्षा के ९० नम्बर जोड़ने के लिये २१ दिन का समय दिया और उन्हें तारीख पे तारीख दी जा रही हैं जो सन्देह उत्पन्न करती है इस प्रकार आयोग पर अपील कर्ता बोझ बढ़ा रहे हैं या फिर आयोग ही स्वयं अपने ऊपर बोझ बढा रहा है
ग्राम सेवा सहकारी समिति के बारे मे सूचना
सच कह रहें हैं श्रीमान आप पिछले एक साल से RTI से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करता आ रहा हूँ लेकिन मुझे लगता है कि कोई जवाब नहीं मिलने वाला है।
In sab ko seva samapti ka notice do. Khud sudhR jayenge
Mi khadya avam Rasad vibhag se suchna many raha hu deta hi nahi hai.
Mi khadya avam Rasad vibhag se suchna many raha hu deta hi nahi hai.
In sab ko seva samapti ka notice do. Khud sudhR jayenge
रजिस्ट्री ru५७३३४५८५९.
१८/०२/२९१७,
सैनिक पत्र प्रमाण माना जा सकता है या नहीं यूनिट व पोष्ट की मुहरयुक्त ओप एरिया का
आर्मीआर्डर तेरह क्या है ।
+९१९४१०२७०२६५
हिन्दू धर्मगुरु
मेरठ
S.b.i. se Janna he ki cheque book kitne smya me bhejta hen. V 4 bje bank men cheque book Kylie rimaindr bhi NHi Lia ja akta he kya.
Sir मैने B.S.A बलिया u.p से विकलागो को नौकरी मे किस प्रकार से आरक्षण देने पर किस नियम का पालन किया गया है ।
2 बार रजीस्सटरी कि पर जवाब नहीं मिला है क्या करु अब no 9307759940
utter pardes me to koi suchna dena hi nhi chahta
तहसीलदार इकौना श्रावस्ती के कार्यालय में काफी 12 वर्सॅ से तैनात राजस्व लिपक की तीन बिन्दुओ मे उसके स्थानान्तरण न होने के कार्णों की जानकारी चाही थी चार माह वीत जाने के वाद भी जानकारी नही मिली तो इसकी शिकायत जन सुवाई पोर्टल पर किया । मेरा आनलाइन शिकायत क्रमाॅक 40018117002517 है।परन्तु शिकायत आवेदन खारिज कर दिया गया है । क्या यह ठीक है यदि नहीं तो वैसा क्यो किया जाता है ।
इसका मुझे खेद है ।
सेवा में ,
मा. मुख्य मन्त्री जी ,
उत्तर प्रदेश शासन
लखनऊ ।
विषय: जनसुनवाई प्रकरणों की रेंडम चेकिंग कराये जाने के सम्बन्ध में ।
महोदय ,
जनपद श्रावस्ती स्तर से उत्पन्न कतिपय जन समस्याओं की त्वरित /समयावद्ध्य निस्तारण के लिए
माननीय मुख्यमंत्री जी जनसुनवाई में आने वाले प्रकरणों को विभागवार छांटकर संबंधित कलक्टर से इनकी जानकारी मांगी जाए कि उनके स्तर पर इन प्रकरणों का निस्तारण क्यों नहीं हुआ। माननीय मुख्यमन्त्री जी कृपा पूर्वक आप द्वारा इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी अपनेे क्षेत्र में आमजन की शिकायतों को पूरी गम्भीरता से सुनें ताकि छोटे-छोटे मामलों में लोगों को जिलाधिकारी तक चक्कर नहीं काटने पड़े।
पूर्वर्ती समाजवादी सरकार द्वारा आमजन की शिकायतों के निस्तारण के लिए विभिन्न स्तरों पर जिम्मेदारी तय की गई हैं और इस व्यवस्था की सभी कड़ियां आपस में जुड़ी हुई हैं। किसी भी कड़ी के कमजोर पड़ने पर पूरी व्यवस्था सही प्रकार से काम नहीं कर पाएगी और लोगों को राहत देने में मुश्किल होगी।
जनसुनवाई में आने वाले प्रकरणों की रेंडम चेकिंग हो। ताकि आमजन की शिकायतों को दूर करने में किसी तरह की लापरवाही न हो।माननीय मुख्यमंत्री जी जनपद श्रावस्ती अति पिछडा क्षेत्र है इस लिए यहाॅ के लोगों की समस्याएं पूरी आत्मीयता और संवेदनशीलता से सुनी जाय।
उन्होंने जनसुनवाई के दौरान राजस्व, पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी, बिजली, खान, ग्रामीण विकास, पुलिस एवं स्थानीय निकायों से संबंधित मामलों में तत्काल ही मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए जांय ताकि जनसुनवाई में आए लोगों को राहत मिल सके।
राजस्व परिवादों का निस्तारण तीव्र गति से हो
पूर्व अखिलेश समाजवादी राजय सरकार द्वारा न्याय आपके द्वार अभियान के तहत ग्राम पंचायत स्तर तक लगाई गई राजस्व लोक अदालतों से अतिक्रमण तथा राजस्व सम्बन्धी अन्य परिवादों का बड़ी संख्या में निस्तारण हुआ था। वर्षों से लम्बित राजस्व परिवादों की संख्या को देखते हुए जिला कलक्टरों को इनके निस्तारण में तेजी लाने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कलक्टरों के लिए निर्देश दिए कि अवैध खनन एवं चारागाह भूमि पर अतिक्रमण के मामलों को गम्भीरता से लें तथा नियमानुसार त्वरित कार्यवाही करने का कष्ट
करें।
सधन्यवाद ।
दिनाॅक 16 -10 - 10 -2017
आवेदक
राजेन्द्र कुमार यादव
इकौना श्रावस्ती ।
छत्सतीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिला का भी यही हाल है सर क्या बतायें लोक सूचना अधिकारी जवाब नहीं देते और प्रथम अपीलीय अधिकारी इनको बढ़ावा दे रहे मेरा आप सभी से निवेदन है कि इन पर कोई कार्यवाही तो की जाये
Mers
सर जबाव नही मिलता है सूचना का आवेदन का क्या करें?
सर जबाव नही मिलता है सूचना का आवेदन का क्या करें?
गांव दहीपूर पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी व सरपचं ने भसटासार में लाखों रुपये का गबन कीया है जो जालोर जिला प्रशासन को मेने लिखित जाँच की तथा rti लगाने पर डाक वापसी डाकियाअपने घर पर डाक पर लिखदिया डाक लेने से इनकार कर दिया
Apko govt transfer policy ki knowledge hone jaruri hai transfer lottery pranaly dwarwa hoti hai.Jo ki pardarshi hoti hai.
अपने आवेदन पर रजिस्ट्री की रसीद चस्पा कर राज्य सूचना आयोग के पते पर यह उपस्थित होकर जानकारी प्राप्त करने के लिए अपील करें हौसला दिया
इसके लिए कानून बनाना होगा और कानून बनाने के लिए आपको सत्ताधारी बनना होगा यदि तैयार है तो मुझसे संपर्क करें 8982 4272 15 पर
असंभव है व्यवस्था ही लचर है इसके लिए आपको राजनीतिक रूप से ताकतवर बनना होगा आइए अच्छा समझे तुम मुझे 8982 4272 15 पर संपर्क करें
किस विभाग में भी आपने आवेदन लगाया है उसके ऊपर प्रथम अपीलीय अधिकारी होते हैं जानकारी प्राप्त करने के लिए आप उनको अपील करें 8982 4272 15 पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं
सेवा में श्रीमान पुलिस महानिदेश महोदय पुलिस मुख्यालय लखनऊ उत्तर प्रदेश। विषय मुo अo सo 250/18 धारा 302/436 भाo दo सo थाना डेरापुर कानपुर देहात के मामले में धारा 147/148149 व 307/427 भाo दo सo की बढ़ोत्तरी करते हुए अभियुक्तगण की शीघ्र गिरफ्तारी के सम्बन्ध में प्राथना पत्र महोदय विनम्र निवेदन है कि प्राथी ज्ञानबाबू बालिग पुत्र स्वo रामकिशुन निवासी ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) थाना डेरापुर कानपुर देहात का है तथा उपरोक्त मामलो मे वादी मुकदमा है दिनाँक16/09/2018 को रात पौने एक बजे अभियुक्तगण प्रहलाद पिता का नाम कालीचरन ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। जितेन्द्र उर्फ सोनू पिता का नाम प्रहलाद ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। चन्द्रदीप पिता का नाम रामरतन ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। पवन कुमार पिता का नाम मोहनलाल ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। दिनेश पिता का नाम ननखे ग्राम भावरपुर रूरा कानपुर उo प्रo। आदि ने एकराय होकर प्राथी के के बाबा मनसुख को जान से मारने की नियत से झोपड़ी में आग लगा दी थी जिसमें प्राथी के बाबा मनसुख व एक बकरी की मौके पर ही जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी घटना कारित करने से पूर्व अभियुक्तगण ने प्राथी को चार पाई में रस्सी से बांध दिया था चाकू से प्राण धातक हमला कर मरणासन्न कर दिया था तथा गले में रस्सी बांधकर प्राथी की हत्या करने की कोशिश की थी।अभियुक्तगण अत्याधिक दबंग है आदि ने दिनाँक 06/08/2005 प्राथी के पिता की हत्या कर दी थी जिसमे रामदुलारे को 2007 मे आजीवन कारावास हुआ । अभियुक्तगण प्रहलाद उसके पुत्र जितेंद्र उर्फ सोनू ने व दो अन्य लोगो ने दिनाँक 14/04/2013 को प्राथी व उसकी माँ को गम्भीर रूप से चोट पहुचाते हुए मारा पीटा था जिसका मुo अo सo 126/13 धारा 325/323 व 504 भo दo सo मुकदमा थाना डेरापुर कानपुर देहात में पंजीकृत हुआ जो न्यायालय में विचाराहीन है इसके अलावा जितेंद्र उर्फ सोनू ने दिनाँक 03/06/2015 को गांव के रामऔतार की नाबालिंग पुत्री जगरानी के साथ दुष्कर्म किया था जिसका मुo अo सo 118/2015 धारा 452/354/376/325 व 323 भाo दo सo व धारा 4 पास्को अधिo क मुकदमा थाना डेरापुर कानपुर देहात में हुआ था। न्यायालय में विचाराहीन है इसमें प्राथी प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैउपरोक्त सभी मुकदमो में प्रहलाद व उसके दर्जनों साथी प्राथी व प्राथी के परिवार से रंजिस मानते हैं उक्त सभी ने पुलिस को गुमराह कर रहे है कि कतिथ घटना में उक्त लोगो का हाथ नही है पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नही किया है जिसके अभियुक्तगण के हौसले बुलंद है प्राथी व उसकी गवाही पर जबरजस्ती गुंडागर्दी के बल पर समझौता करने का दबाव बना रहे है और समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। अतः श्रीमान जी से प्राथना है कि उपरोक्तो में धारा 147/148/149/307 व 427 की बढ़ोत्तरी के आदेश पारित करते हुए अभियुक्तगण की शीघ्र गिरफ्तारी के आदेश प्रधान करे । श्रीमान जी की महान दया होगी दिनाँक 27.5.2019 ज्ञानबाबू बालिग़ पुत्र स्वo रामकिशुन निवासी ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) थाना डेरापुर कानपूर देहात लेकिन अभी तक कोई कार्य वाही नही की गई कई बार पुलिस स्टेशन गए पर वो लोग कोइ कार्य वही नही कर रहे
सेवा में श्रीमान पुलिस महानिदेश महोदय पुलिस मुख्यालय लखनऊ उत्तर प्रदेश। विषय मुo अo सo 250/18 धारा 302/436 भाo दo सo थाना डेरापुर कानपुर देहात के मामले में धारा 147/148149 व 307/427 भाo दo सo की बढ़ोत्तरी करते हुए अभियुक्तगण की शीघ्र गिरफ्तारी के सम्बन्ध में प्राथना पत्र महोदय विनम्र निवेदन है कि प्राथी ज्ञानबाबू बालिग पुत्र स्वo रामकिशुन निवासी ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) थाना डेरापुर कानपुर देहात का है तथा उपरोक्त मामलो मे वादी मुकदमा है दिनाँक16/09/2018 को रात पौने एक बजे अभियुक्तगण प्रहलाद पिता का नाम कालीचरन ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। जितेन्द्र उर्फ सोनू पिता का नाम प्रहलाद ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। चन्द्रदीप पिता का नाम रामरतन ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। पवन कुमार पिता का नाम मोहनलाल ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) कानपुर देहात। दिनेश पिता का नाम ननखे ग्राम भावरपुर रूरा कानपुर उo प्रo। आदि ने एकराय होकर प्राथी के के बाबा मनसुख को जान से मारने की नियत से झोपड़ी में आग लगा दी थी जिसमें प्राथी के बाबा मनसुख व एक बकरी की मौके पर ही जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी घटना कारित करने से पूर्व अभियुक्तगण ने प्राथी को चार पाई में रस्सी से बांध दिया था चाकू से प्राण धातक हमला कर मरणासन्न कर दिया था तथा गले में रस्सी बांधकर प्राथी की हत्या करने की कोशिश की थी।अभियुक्तगण अत्याधिक दबंग है आदि ने दिनाँक 06/08/2005 प्राथी के पिता की हत्या कर दी थी जिसमे रामदुलारे को 2007 मे आजीवन कारावास हुआ । अभियुक्तगण प्रहलाद उसके पुत्र जितेंद्र उर्फ सोनू ने व दो अन्य लोगो ने दिनाँक 14/04/2013 को प्राथी व उसकी माँ को गम्भीर रूप से चोट पहुचाते हुए मारा पीटा था जिसका मुo अo सo 126/13 धारा 325/323 व 504 भo दo सo मुकदमा थाना डेरापुर कानपुर देहात में पंजीकृत हुआ जो न्यायालय में विचाराहीन है इसके अलावा जितेंद्र उर्फ सोनू ने दिनाँक 03/06/2015 को गांव के रामऔतार की नाबालिंग पुत्री जगरानी के साथ दुष्कर्म किया था जिसका मुo अo सo 118/2015 धारा 452/354/376/325 व 323 भाo दo सo व धारा 4 पास्को अधिo क मुकदमा थाना डेरापुर कानपुर देहात में हुआ था। न्यायालय में विचाराहीन है इसमें प्राथी प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैउपरोक्त सभी मुकदमो में प्रहलाद व उसके दर्जनों साथी प्राथी व प्राथी के परिवार से रंजिस मानते हैं उक्त सभी ने पुलिस को गुमराह कर रहे है कि कतिथ घटना में उक्त लोगो का हाथ नही है पुलिस ने अभी तक किसी को गिरफ्तार नही किया है जिसके अभियुक्तगण के हौसले बुलंद है प्राथी व उसकी गवाही पर जबरजस्ती गुंडागर्दी के बल पर समझौता करने का दबाव बना रहे है और समझौता न करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। अतः श्रीमान जी से प्राथना है कि उपरोक्तो में धारा 147/148/149/307 व 427 की बढ़ोत्तरी के आदेश पारित करते हुए अभियुक्तगण की शीघ्र गिरफ्तारी के आदेश प्रधान करे । श्रीमान जी की महान दया होगी दिनाँक 27.05.2019 ज्ञानबाबू बालिग़ पुत्र स्वo रामकिशुन निवासी ग्राम फरीदपुर निटर्रा (मल्लाहनपुरवा) थाना डेरापुर कानपूर देहात
Sir ji mere pita bhee Ayush dippartment me employee thei lekin 1992 se lapata hai noukri par gaye employee ka ish tarah lapata ho Jana aur humne police complain ki kuch nahi hua ab jab main bada hua jankari jutai aur Dhar jila Adhikari ke chakkar kat kat kar hairan pareshan RTI lagai jankari nahi de rahei jab First apeal Kari toh sambhagiya Adhikari RTI lene se mana karte rahe fir bhee aaj tak koi jankari nahi mili Ayush dippartment full set kar rakha hai Koi action nahi le raha kya karein pita ji se sambandhit kagajat aur service book raton raat gayab karwa Di gayee koi bhee action nahi le raha
MAINE MERI PROBLEM LIKHI LEKIN AAJ TAK KOI AWNSWER YA SUJHAO NAHI MILA TOH KYA FAIDA ISH ME KUCH LIKHNE KAA SO THAT I LEAVING THIS BLOG THANK YOU
sir 90 din beet gye sic k pass 2nd appeal kiye hue. pr avi tak mujhe koi information nhi mili. aage mai kya kru ?
High court m complian kaise kar sakte hai ?
अगर मुझे सोचना में कोई घोटाला मिला तो इसके लिए मैं कंप्लेंट कहां करूं
अगर मुझे सूचना के अधिकार से कोई घोटाला या प्राप्त हो गया तो मैं इसके लिए कंप्लेंट कहा करो
Mahoday aise official cant no hai jo kabhi lagate nhi ya sambandhit adhikari bat nhi karna chahte
Pls isper vichar karna awsyak hai
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सूचना का अधिकार से जानकारी प्राप्त करना अधिकारी के नजर से गुनाह है।किसी अधिकारी में डर-भय नहीं है जी और समय एवं पैसे के साथ साथ परेशानी भी है।अस्पस्ट और भ्रामक सूचना देने पर जुर्माना लगना चाहिए, वह राशि शिकायतकर्ता को मिलती तो ठीक रहता।
Ok
Ankit kumar bahirama hardoi
9795877221
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महोदय, गलत तरीके से सरकारी नौकरी लेने वाले की सुचना लेने के लिए और खुलासा करने के लिए क्या क्या बिंदु मांगे जा सकते हैं।
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