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सोमवार, 2 मार्च 2009

सूचना आयुक्त बृजेश मिश्रा ने धमकाया

`फटीचरगिरी पत्रकारिता करते हो, दो टके के पत्रकार सारी पत्रकारिता भुला दूंगा। तेरा अखबार बंद करवा दूंगा। निकल जा मेरे कक्ष से।´ ये वचन उत्तर प्रदेश के सूचना आयुक्त बृजेश कुमार मिश्रा ने साप्ताहिक समाचार पत्र `आशा´ के ब्यूरो चीफ मुन्ना लाल से कहीं हैं। मुन्ना लाल 16 फरवरी को आयोग में एक प्राधिकृत वादी के तौर आयोग में सुनवाई के लिए गए थे। सूचना आयुक्त ने मामले की सुनवाई के बजाय मुन्ना लाल को ही धमकाना शुरू कर दिया। मुन्ना लाल ने लखनऊ के हजरत गंज कोतवाली में इसकी शिकायत ली लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से आनाकानी की। उन्होंने अब राज्यपाल को की गई शिकायत में अपनी जान माल का खतरा बताते हुए समुचित कार्रवाई करने की मांग की है और मामला सुप्रीम कोर्ट में रेफर करने को कहा।
मुन्ना लाल का कहना है वे बृजेश कुमार मिश्रा के गलत कृत्यों को अपने पत्र के जरिए उजागर करते रहे हैं जिससे वे बौखला गए हैं। उनका कहना है कि मायावती के करीबी और बसपा नेता सतीश मिश्रा ने अपने जूनियर वकील बृजेश मिश्रा की नियुक्ति सूचना आयुक्त के पद पर अवैध तरीकों से करवाई थी, इसका खुलासा करना उन्हें पसंद नहीं आ रहा हैं। मुन्ना लाल कहते हैं कि बृजेश मिश्रा ने और भी अपमानजनक और अभद्रतापूर्ण बातें कहीं। उन्होंने राज्यपाल से सूचना आयुक्त को तत्काल निलंबित करने की मांग की है।

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