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सोमवार, 5 जनवरी 2009

ओलिम्पिक: बाबुओं को मिला खिलाड़ियों से अधिक खर्च

क्या आपको पता है कि बीजिंग ओलंपिक में पदक जीतकर देश का सम्मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को कितना जेब खर्च खर्च मिला था? आपको जानकर हैरानी होगी कि खिलाड़ियों और कोचों को जहां प्रतिदिन 50 डॉलर जेब खर्च के लिए मिलते थे, वहीं उनके साथ गए मंत्री एवं अधिकारी गण प्रतिदिन 75 डॉलर जेब खर्च के लिए पाते थे। यूनियन यूथ अफेयर्स और खेल मंत्रालय ने डीएनए अखबार द्वारा दायर आरटीआई आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार खिलाड़ियों के साथ बीजिंग जाने वाले दल में यूथ अफेयर एवं खेल मंत्री एम एस गिल, लोकसभा सदस्य विजय बहुगुणा और कृष्णा तीरथ शामिल थीं। इनके अतिरिक्त राज्यसभा सदस्य भुवनेश्वर कालिता और खेल सचिव सुधीर नाथ, दो संयुक्त सचिव और भारतीय खेल प्राधिकरण के निदेशक सावन चटर्जी भी दल का हिस्सा थे। खेल मंत्रालय का कहना है कि 12.19 लाख रफपये 13 नेताओं और नौकरशाहों की यात्राओं और ठहरने पर खर्च किए गए।
खिलाड़ियों को मिलने वाले इस खर्च के बारे में बाक्सर विजेन्द्र सिंह का कहना है कि हमें प्रतिदिन 50 डॉलर मिलते थे जिससे विदेश में बमुश्किल अच्छा भोजन किया जा सकता है। उनके अनुसार एशियाड खेलों की स्थिति तो और भी बदतर है जहां खिलाड़ियों को कोई भत्ता ही नहीं दिया जाता।

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