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गुरुवार, 17 जुलाई 2008

अकादमी की अनुमति के बिना अमेरिका पहुंची माइक्रो फिल्म्स

केरल साहित्य अकादमी के पुस्तकालय की 1238 दुर्लभ पुस्तकों की माइक्रो फिल्म्स जनरल कौंसिल या अकादमी की कार्यकारिणी समिति की अनुमति के बिना यूएस कांग्रेस लाईब्रेरी भेजी गई है। सूचना के अधिकार के तहत अकादमी के जन सूचना अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी से यह खुलासा हुआ है। जानकारी अकादमी के पूर्व प्रकाशन अधिकारी सीके आनंदन पिल्लई को दी गई है। ये फिल्में 17 जुलाई 1996 से 26 मार्च 2008 के दौरान इंडो-यूएस प्रोजेक्ट के अन्तर्गत बनाई गईं थीं।
श्री पिल्लई का कहना है कि अकादमी के अधिकारियों ने न तो इंडो-यूस प्रोजेक्ट के बारे में विवरण उपलब्ध कराया और न ही इन दुर्लभ पुस्तकों की माइक्रो फिल्मों को यूएस लाइब्रेरी भेजने की वजह बताई। अकादमी द्वारा दी गई सूचनाओं में कहीं भी इन फिल्मों को यूएस भेजने के लिए कौंसिल या कार्यकारिणी समिति की अनुमति का जिक्र नहीं है। श्री पिल्लई ने इस मामले में उच्च अधिकारियों से संपर्क किया है। उनका कहना है कि जब इन दुर्लभ पुस्तकों की फिल्में बन रहीं थीं तब के एल मोहनवर्मा सचिव और एम टी वासुदेवन नायर अकादमी के अध्यक्ष के पद पर थे।

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